शिमला। हिमाचल में 8,24,929 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 360 करोड़ जारी किए गए हैं। यह राशि पेंशनधारकों के स्वामित्व में क्रेडिट करने के लिए जारी की गई है। ज्यादातर पैसा ट्रेजरी से भी निकल गया। यह जानकारी विधानसभा में मुख्यमंत्री की जगह जवाब दे रहे चौधरी मुकेश अग्निहोत्री ने दी। मुख्यमंत्री सुक्खू वास्तुशिल्प दौरे के कारण रविवार को विधानसभा में नहीं थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उन्हें अभी सूचना मिली है कि सामाजिक पेंशन के 360 करोड़ रुपये जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार इस पेंशन भुगतान के बजाय मासिक आधार पर भुगतान करना चाहती थी, जिसके कारण नई प्रक्रिया पर काम चल रहा था। इसी वजह से इस बार ये पेंशन लेट हुई। हिमाचल में वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत कुल 8,24,929 लाभार्थी हैं। इनमें से एक के लिए पेंशन की वर्तमान व्यवस्था ट्राइबल क्षेत्र में साल में दो बार एडवांस की पेशकश की जाती है, जबकि गैर ट्राइबल क्षेत्र में ट्राइबल क्षेत्र में ट्राइबल आधार पर भुगतान एडवांस दिया जाता है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दो भाग हैं। एक राष्ट्रीय सोशल सिक्योरिटी पेंशन पेंशन योजनाएं हैं और दूसरी राज्य के बजट से उतार-चढ़ाव वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएं हैं। इनमें वृद्धावस्था, विधवा और अनैतिक पेंशन भी शामिल हैं। सी.ए.जी. के परामर्श में बार-बार यह बात आ रही थी कि राज्य को ट्रामासिक के बजाय हर महीने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान उपभोक्ता के माध्यम से डीबीटी के माध्यम से किया जाना चाहिए। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही नेता प्रतिपक्ष विपक्ष ठाकुर ने यह सवाल राज्यपाल अभिभाषण की चर्चा में भी उठाया था। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में बुढ़ापा पेंशन तक नहीं मिल रही है, वहां सरकार कैसे दावा कर रही है। यही कारण है कि प्रमाणित मुकेश अग्निहोत्री ने पेंशन जारी करने को लेकर विधानसभा में उत्तर दिया। हिमाचल में सामाजिक सुरक्षा पेंशन अधिकार एससी, एसबीआइ, अल्पसंख्यक और विशेष एबल्ड विभाग अर्थात इसोमसा द्वारा दिया जाता है। यह विभाग हर साल 1411 करोड़ रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बंटता है।
