शिमला। हिमाचल प्रदेश में मार्च माह के अंत में भी जिस तरह से मौसम का रुख बना है, उससे नुकसान होने की संभावना बढ़ गयी है। बताया गया है कि जहां-जहां सेब में गुलाबी रंग के प्रयोग होते हैं, वहीं अन्य रंगों के मिश्रण में भी ऐसी ही स्थिति होती है, लेकिन लगातार बनी रहने वाली ठंड से गंभीर नुकसान हो सकता है। तीन महीने और एक इंटरनैशनल की बर्बादी हुई, वह पहले हो गई है। वहीं फलों को भी नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग ने 25 मार्च से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की घोषणा की है। 25 मार्च को किन्नौर, लाहुल-स्पीति में समुद्री तट और कुछ जगहों पर हल्की बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। 26 मार्च को किन्नौर, लाहुल-स्पीति के समूह के साथ, चुनौती और गंतव्य में रेन-बर्फबारी पर कई स्थानों पर होने की संभावना है। केंद्र द्वारा 26 मार्च को रेन-बर्फबारी का येलोजारी होने की संभावना है, जबकि 27 मार्च को लाहुल-स्पीति, किन्नौर, ग्रुप, स्लीप, मंडी, रेस्ट-ऑफ के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी रेन-बर्फबारी का रुख किया जा रहा है। रविवार को भी धूप खिली रही, मगर सुबह और शाम को ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम साफ़ बने रहने से प्रदेश में अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान में भी उछाल दर्ज किया गया है। तापमान सामान्य से अधिक रिकार्ड किया जा रहा है। रविवार को भी प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर पूरा दिन मौसम साफ बना रहा।
