धर्मशाला। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा सांसद सुश्री इंदु बाला गोस्वामी को संसद में बताया कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014 -15 के दौरान लांच की गई स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत हिमालय सर्किट के लिए सात परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत वर्ष 2016-17 के दौरान हिमाचल प्रदेश में 68.34 करोड़ की कियारीघाट, शिमला, हाटकोटी, मनाली, कांगड़ा, धर्मशाला, बीड़, पालमपुर, चंबा विकास योजना स्वीकृत की गईं।उन्होंने सांसद को बताया कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत हिमालय सर्किट विकसित करने के लिए वर्ष 2016 -17 में जम्मू कश्मीर में छह परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं जिनमे से 77.33 करोड़ रुपए की लागत की जम्मू-श्रीनगर-पहलगाम-भगवती नगर-अनंतनाग-उरी-लेह कारगिल विकास परियोजना, 81. 60 करोड़ की लागत की जम्मू राजौरी-शोपियां-पुलवामा में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने की परियोजना, 90.43 करोड़ लागत की पर्यटन सुविधाएं विकसित करने की योजना, जो कि 2014 की बाढ़ में तवाह हो गई थी, 91. 99 करोड़ रूपये की मानतलाई और सुद्धमहादेव में पर्यटन सुविधाएँ विकसित करने की परियोजना, 86.39 करोड़ की अनंतनाग-पुलवामा-किश्तवाड़-पहलगाम-ज़ांस्कर-रंजीत सागर डैम विकास परियोजना और 91. 84 करोड़ की गुलमर्ग, बारामूला-कुपवाड़ा-कारगिल -लेह में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के परियोजना शामिल है। उन्होंने बताया की पर्यटन मंत्रालय द्वारा सेंट्रल सेक्टर में लांच की गई स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के अंतर्गत देश में पर्यटन ढांचे को विकसित करने के लिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
