मंडी।पंजाब के कब्जे में चल रहे शानन प्रोजेक्ट को वापिस लेने के लिए लड़ाई रही प्रदेश सरकार ने एक बार फिर अपना रुख स्पष्ट किया है। हिमाचल दिवस के अवसर पर मंडी पहुंचे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि शानन प्रोजेक्ट पंजाब का नहीं है और हिमाचल सरकार से इसे वापस लेकर रहेगी। शानन को पंजाब से वापस लेने की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर है। इस मसले में हम एक इंच भी पीछे हटने वाले नहीं है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यहां जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भी पुष्पांजलि दी। इसके बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शानन प्रोजेक्ट को वापस लेने का मसला कांग्रेस की वर्तमान सरकार ने पहली फा इसे सर्वोच्च न्यायालय में पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल की जमीन पर बना प्रोजेक्ट है। यह पंजाब पुनर्गठन कानून के तहत संपत्तियों के बंटवारे का मामला नहीं है, क्योंकि मंडी कभी पंजाब का हिस्सा नहीं रहा।मंडी के राजा और अंग्रेजों के समय 99 साल का करार मार्च, 2024 में समाप्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार भी इस मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में चली गई थी, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यह साबित कर दिया है कि इस प्रोजेक्ट पर पूरी तरह से हिमाचल का हक है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि अगर पंजाब अपने आप को हिमाचल का बड़ा भाई मानता है, तो उसे इस प्रोजेक्ट को हिमाचल को वापस करना चाहिए।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश को हरित राज्य बनाने के लिए काम हो रहा है। इस साल प्रदेश में पथ परिवहन निगम के बेड़े में 600 नई बसें शामिल की जा रही हैं। इसमें 350 के आसपास इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जा रही हैं, जिसकी खरीद की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। निगम ने करीब 350 कंडक्टरों की पक्की भर्ती की है।
पंजाब से लेकर रहेंगे शानन प्रोजेक्ट मुकेश।

