नाहन।सिरमौर जिला के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में स्टेट टैक्स एंड एक्साइज विभाग की टीम ने एक शराब फैक्टरी पर छापेमारी कर अवैध रूप से बिना परमिट हजारों लीटर शराब बरामद की है। इस दौरान टीम ने फैक्टरी कैंपस में हजारों की संख्या में शराब के ऐसे रैपर व मार्का बरामद किए हैं, जिनकी शराब फैक्टरी में निर्माण की भी इजाजत नहीं थी। फिलहाल सिरमौर जिला के कालाअंब स्थित तिलोक सन्ज बु्रवरी एंड डिस्टिलरी शराब उद्योग को सील कर दिया गया है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि कालाअंब स्थित तिलोक सन्ज ब्रिबरी एंड डिस्टेलीरी शराब उद्योग में अवैध रूप से शराब का निर्माण व बिना इजाजत अनेकों ब्रांड शराब की बोतलों में चिपका कर शराब बेची जा रही है। इसके बाद विभाग की टीम ने अतिरिक्त आयुक्त सतर्कता आबकारी एवं कराधान विभाग उज्ज्वल राणा के नेतृत्व में कालाअंब स्थित शराब उद्योग में शनिवार रात करीब डेढ़ बजे दबिश दी। दबिश के दौरान उद्योग में बिना परमिशन के शराब की बोटलिंग की जा रही थी।छापेमारी के दौरान पाया गया कि शराब फैक्टरी में रॉयल ब्लू व्हीस्की जो फॉर सेल इन उत्तराखंड के नाम से बनाई जा रही थी की कोई इजाजत नहीं थी। छापेमारी के दौरान उद्योग के कैंपस में करीब 22 मजदूर भी पकड़े गए, जो शराब उद्योग के रिकार्ड में दर्ज नहीं थे। ऐसे में स्पष्ट तौर पर उद्योग में अवैध लोगों द्वारा अवैध शराब निर्माण का सीधे तौर पर खुलासा हुआ। यही नहीं, छापेमारी के दौरान शराब उद्योग में रॉयल ब्लू मार्क की 230 पेटियां बरामद की गई। इसके अलावा ड्राइजिन लेवल जो कि उत्तराखंड के रूद्रपुर के नाम से प्रिंट किए गए थे, के करीब 3.95 लाख लेवल भी पाए गए। इसके अलावा संतरा शराब के 42 हजार लेवल यह भी उत्तराखंड में बिक्री के फैक्टरी कैंपस में पकड़े गए।यही नहीं, छापेमारी के दौरान देसी शराब के 2100, अंग्रेजी शराब के 1100 फालतू केसिज भी बरामद किए गए हैं। विभाग के अतिरिक्त आयुक्त सतर्कता उज्जवल राणा ने कहा कि शराब उद्योग के कैंपस में रिकार्ड व उद्योग को सील कर रिपोर्ट मुख्यालय को प्रेषित कर दी गई है। उद्योग में अवैध रूप से शराब के निर्माण व अवैध मार्क लगाकर सप्लाई की शिकायत मिली थी। पूरी रात व रविवार दिन भर छापेमारी व छानबीन चलती रही।
