शिमला, 28अक्तुवर्, हिमाचल से पर्यटकों का दूसरे राज्यों का रुख करना प्रदेश के पर्यटन उद्योग के लिए चिंता का विषय बन गया है। शिमला होटल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन ने इसके पीछे पर्यटन अनफ्रेंडली पॉलिसी को सबसे बड़ा कारण है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहेंद्र सेठ ने कहा कि यदि समय रहते उचित कदम न उठाए गए तो हिमाचल का पर्यटन एक इतिहास बनकर रह जायेगा। सितंबर माह से टेंपो ट्रैवलर तथा टूरिस्ट बसों पर लगे टैक्स ना हटने से हिमाचल के हाथ से दुर्गा पूजा तो खिसक ही गया परंतु आने वाले त्योहारों पर भी संकट के बादल छा गए है। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन नाजुक होती जा रही है।
पर्यटन की स्थिति के रिवाइव करने की जरूरत
मोहेंद्र सेठ ने कहा कि वर्तमान में पर्यटन की स्थिति के रिवाइव करने के लिए सरकार तथा टूरिज्म स्टेक होल्डर्स को प्रो एक्टिव कदम उठाने की आवश्कता है। सरकार को जल्द से टूरिस्ट बसों तथा टेंपो ट्रैवलर पर लगे टैक्स पर तुरंत फैसला लेने की आवश्कता है। इसके लिए ग्रास रूट लेवल पर डेस्टिनेशन वाइज प्रचार करना समय की मांग है। इसी के साथ सभी टूरिज्म फेयर्स मे हिमाचल में भाग लेना सुनिश्चित करना होगा तथा रोड शो के माध्यम से पर्यटकों को हिमाचल की ओर दोबारा से आकर्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि डेस्टिनेशन वाइज पब्लिसिटी ( Destination wise publicity) के लिए स्थानीय एसोसिएशंस की फ्री में टूरिज्म फेयर्स मे स्टाल उपल्ब्ध करवाना चाहिए ताकि डेस्टिनेशन वाइज टूरिस्ट एक्टिविटीज (Destination wise tourist activities) को दर्शाया जा सके। यह पर्यटकों को हिमाचल की ओर आकर्षित करने के साथ पर्यटकों की हर एक टूरिस्ट डेस्टीनेशन स्टे बढ़ाने मे भी कारगर सिद्ध होगा।