कुल्लू, 29 अक्टूवर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले मे चल रहे विश्व प्रसिद्ध अंतराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे इस बार नई इबारत देखने को मिली । इससे पहले शिव परिवार का इस दशहरे उत्स्व मिलन नही होता था परन्तु इस अंतराष्ट्रीय स्तर के उत्सव में पहली बार शिव परिवार का मिलन हुआ जो सब जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसे देख कर सभु श्रद्धालु खुश है इससे पहले ये 32 वर्ष पहले 1993 94 भगवान कार्तिक कुल्लू के इस दशहरे मे आये थे। परन्तु ई सुनने मे आया है कि
32 वर्षों के बाद देव महाकुंभ में पधारे कार्तिक स्वामी, मां पार्वती के अलावा भाई गणपति महाराज व बिजली महादेव से भी मिले। शिव परिवार के इस मिलन का गवाह रथ मैदान बना और हजारों श्रद्धालुओं ने एक साथ भगवान बिजली महादेव, माता पार्वती, कार्तिक स्वामी और गणपति महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
शिव परिवार का हरियानों को आशीर्वाद
आज सुबह देवता कार्तिक स्वामी अपने अस्थाई शिविर से मां पार्वती के शिविर में पहुंचे। जहां पर मां और पुत्र का देव मिलन हुआ। इसके बाद देवता कार्तिक स्वामी अपने भाई गणपति महाराज से मिलने भी पहुंचे। दोनों भाइयों का भव्य देव मिलन हुआ। इसके बाद माता पार्वती, कार्तिक स्वामी, गणपति महाराज, बिजली महादेव के शिविर में पहुंचे, जहां पर पूरे परिवार का भव्य देव मिलन हुआ। इस भव्य देव मिलन को देखकर हरियान भाव विभोर हो गए। शिव परिवार ने सभी हरियानों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया। इस दौरान कुछ देर तक देवता बिजली महादेव
के शिविर में मां पार्वती, कार्तिक स्वामी, गणपति महाराज कुछ देर के लिए विराजमान हुए। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव परिवार के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
कलयुग में पहली बार माता और पुत्र का मिलन
देवता कार्तिक स्वामी के पुजारी कृष्ण लाल शर्मा ने कहा कि कुल्लू दशहरा उत्सव में कार्तिक स्वामी 32 वर्षों के बाद पहुंचे हैं। इससे पहले 1993-94 में वह कुल्लू दशहरा उत्सव में आए थे। ऐसे में आज दशहरा उत्सव में माता पार्वती और देवता कार्तिक स्वामी का मिलन कलयुग में पहली बार हुआ है उन्होंने कहा कि इस देव मिलन को देखकर सभी श्रद्धालु खुश है। उन्होंने कहा माता पार्वती के पुजारी मोहन शर्मा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में देवता कार्तिक स्वामी माता पार्वती के शिविर में पहली बार देवव्रत के साथ पहुंचे और माता और पुत्र का भाव देव मिलन हुआ है।