कुल्लू।हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर अब शुरू हो गया है। कुल्लू जिला के मणिकर्ण के तोष में बादल फटा है और दुकानें और होटल को नुकसान पहुंचा है, हालांकि, किसी भी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है।उधर, पलचान के पास लेह मनाली हाईवे फिर से बंद हो गया है। यहां पर भारी बारिश के बाद हाईवे पर पानी और मलबा आ गया है। यहां पर अंजनी महादेव नाले में फिर से जलस्तर बढ़ा और नाले ने अपना रास्ता बदल लिया और फिर हाईवे के ऊपर से पानी बहने लगा। अब बीआरओ की मशीनरी मौके पर मलबा हटाने में जुटी हुई है।जानकारी के अनुसार, कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के तोष गांव में नाले में फ्लैश फ्लड आया है। यहां पर पहाड़ों में भारी बारिश की वजह से नाले में बाढ़ आ गई और फिर अस्थाई शेड्स, दुकानें, और शराब का ठेका बह गया है। मंगलवार रात 2 बजे के करीब बारिश हुई है और फिर तोष नाले में बाढ़ आ गई।डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम मौके पर नुक्सान का आंकलन के लिए भेजी है। वहीं, ग्रामीण किशन ने बताया कि पूर्व उपप्रधान के होटल को नुकसान पहुंचा है और साथ ही एक शख्य की दो दुकानें फ्लैश फ्लड में बहीं हैं। उन्होंने बताया कि मणिकर्ण में आसपास कहीं बारिश नहीं हुई है। केवल तोष में बारिश के बाद फ्लैश फ्लड आय़ा है।इससे पहले, बीते सप्ताह मनाली के सोलांग नाला में फ्लैश फ्लड आया था और फिर पलचान गांव में तीन घरों को नुकसान पहुंचा था। वहीं, रविवार को भी मनाली के पलचान में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा था और चार घरों को खाली किया गया था। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में एक और दो अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।उधर, लेह मनाली हाईवे एक बार फिर से बंद हो गया है। यहां पर भारी बारिश के चलते हाइवे पर मलबा, पत्थर और पानी आ गया है। फिलहाल, लाहौल में इन दिनों गोभी का सीजन चल रहा है और ऐसे में किसान बागवानों को परेशानी हो रही है।हिमाचल के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने भी फ्लैश फ्लड पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण मणिकर्ण घाटी के तोष में दुकानों व पुल क्षतिग्रस्त होने की खबर सुनकर चिंतित हूं। नकसान को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग/पुल को भी नुकसान पहुंचने से लोगों को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि कांग्रेस सरकार एवं प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर अभी तक नहीं पहुंचा है।क्षति की भरपाई के लिए सरकार को त्वरित कदम उठाकर प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने सहित राहत कार्य यथाशीघ्र करने की आवश्यकता है।