शिमला /रामपुर। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के समेज गांव में 31 जुलाई को आई बाढ़ में केदारटा फैमिली के 16 लोग लापता हो गए, जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है। पिछले पांच दिनों से लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं, समेज में बीते दिनों बादल फटने की घटना में 36 लोग लापता हो गए। जिन लोगों में अधिकतर का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
सालों से समेज में रह रहे थे केदारटा..
जानकारी के अनुसार समेज गांव में केदारटा फैमिली पिछले कई सालों से रह रही है। मूल रूप से इनके पूर्वज सरपारा पंचायत के सुघा में रहते थे। सुघा से कुछ ही दूरी पर समेज है, जो लो हाइट में पड़ता है। यहां पर लोकल चावल एवं दालें पैदा होती थी, जिस कारण यहां पर हाई हाइट से लो हाइट की ओर लोग अपना रुख किया करते थे। जिसे दौगरी नाम से भी जाना जाता था। ऐसे ही केदारटा फैमिली के पूर्वज भी पहले से यहां पर आकर रह रहे थे। वर्तमान में केदारटा के 7 परिवार यहां पर अपने-अपने घरों में रहते थे। इनमें से कुछ घरों के सदस्य 31 जुलाई की रात को अन्य स्थानों पर गए थे, जो बच गए।
31 जुलाई को बादल फटने से आई बाढ़ में केदारटा फैमिली के 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा लगातार लापता लोगों के तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। लेकिन अभी तक केदारटा फैमिली सहित 36 लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। अपनों की तलाश में सुबह से ही ग्रामीण यहां पर आकर बैठ जाते हैं और शाम होने तक कुछ न कुछ मिलने की राह देखते रहते हैं। लेकिन शाम होने पर अपनों के नहीं मिलने से उदास होकर वापस लौट जाते हैं।
बाढ़ आने से समेज क्षेत्र में भरा कई फीट मलबा..
बादल फटने से आई बाढ़ की वजह से समेज क्षेत्र में कई फीट मलबा भर गया है, जबकि खड्ड किनारे बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं। जिसकी वजह से लापता लोगों का कहीं कोई सुराग नहीं मिल पा रहा। सैकड़ों जवानों का रेस्क्यू दल लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है। 36 लापता लोगों में सरपारा से संबंध रखने वाले केदारटा कुटुंब के 16 सदस्य भी शामिल हैं।
केदारटा फैमिली के लापता सदस्य..
1. शिक्षा पत्नी गोपाल केदारटा
2. जिया पुत्री गोपाल केदारटा
3. तनु केदारटा पुत्री रविंद्र केदारटा
4. रानू केदारटा पुत्री रविंद्र केदारटा
5. सूरत राम पुत्र स्व. कौल राम
6. संतोष कुमारी पत्नी सूरत राम
7. नीरज कुमार पुत्र सूरत राम
8. अर्चना पत्नी राजेश कुमार
9. अनीता पत्नी अशोक कुमार
10. योगप्रिया पुत्री अशोक कुमार
11. मुकेश पुत्र अशोक कुमार
12. अविनाश केदारटा पुत्र संतोष कुमार
13. प्रताप सिंह पुत्र किशन दास
14. कल्पना पत्नी जय सिंह
15. अक्षिता पुत्री जय सिंह
16. अद्विक पुत्र जय सिंह
स्थानीय निवासी आत्माराम केदारटा ने कहा कि “केदारटा फैमिली के सभी सदस्य पहले से ही समेज में रहते थे। वे लोग यहां पर खेती बाड़ी किया करते थे। लेकिन 31 जुलाई की रात यहां पर आई बाढ़ ने सब कुछ खत्म कर दिया। अब इनके परिवार के कुछ ही सदस्य बचे हैं, जो उस रात को अन्य स्थानों पर चले गए थे”।गौरतलब हो कि हिमाचल प्रदेश के समेज, बागीपुल व राजबन में 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद अभी भी 43 लोग लापता हैं। लापता लोगों को खोजने के लिए सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की ओर से सर्च ऑपरेशन छठे दिन भी लगातार जारी है। सर्च ऑपरेशन में बारिश भी बाधा बन रही है।मंगलवार को राजबन में महिला का एक शव मिला है। यहां अभी भी एक लापता है। लापता हुए 10 लोगों में से नौ के शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं सुन्नी डैम के करीब दोगरी में भी एक और शव बरामद हुआ है। यह शव पुरुष का है। अतिरित उपायुक्त अभिषेक वर्मा बताया कि पुरुष का शव सही हालात में है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी सुन्नी के लिए भेज दिया गया है। कुल्लू प्रशासन को भी इसके बारे में सूचना दे दी गई है। उन्होंने कहा सर्च ऑपरेशन तीव्र गति से चला हुआ है।पुलिस ने रामपुर के समेज और निरमंड के बागीपुल से लापता हुए लोगों के परिजनों-रिश्तेदारों के सैंपल जांच के लिए एकत्र कर रही है। अभी तक पुलिस 37 लोगों के सैंपल एकत्र कर चुकी है, जो जांच के लिए स्टेट फॉरेंसिक लैब जुन्गा भेजे गए हैं।