मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के जल शक्ति विभाग के बग्गी मंडल कार्यालय में भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस टीम ने दबिश दी। विजिलेंस की लगभग सात सदस्यीय टीम कार्यालय पहुंची और रात 10 बजे तक दस्तावेजों की जांच सहित विभागीय कर्मियों से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से कार्यालय में विभागीय अधिकारियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए कार्यों को किया जा रहा था और कुछ एक चुनिंदा ठेकेदारों को ही लाभ पहुंचाने के लिए काम आवंटित किए जा रहे थे। विभागीय कार्यालय में अधिकारियों द्वारा मनमानी और पक्षपात के आरोप कई ठेकेदारो द्वारा लगाए जा रहे थे, लेकिन हाल ही में सुंदरनगर के एक नामी ठेकेदार द्वारा राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को उक्त कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की थी जिसमें की आधा दर्जन से अधिक आरोप अधिकारियों पर लगाए गए हैं।ठेकेदार द्वारा शिकायत जल शक्ति विभाग शिमला के चीफ इंजीनियर, चीफ इंजीनियर मंडी जोन, सर्कल सुंदरनगर तथा विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो को की गई थी जिसमें बताया गया है कि जल शक्ति मंडल बग्गी कार्यालय में तैनात अधिकारियों द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में सभी निविदा प्रक्रिया और बजटीय आवंटन का उल्लंघन करते हुए करीब 1400 निविदाएं की गयी हैं। जिसमें सामान्य वित्त नियम की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। पंपिंग मशीनरी की कोई तकनीकी जांच किए बिना ही काम सौंप दिया गया है और गलत मशीनरी और सामान का चयन कर खरीद की गई है। अधिकारी द्वारा खुले बाजार से बहुत अधिक दरों पर सामग्री और जनरेटर भी खरीदे हैं, जबकि ये सभी सामान एचपी दर अनुबंध पर बहुत कम कीमतों पर उपलब्ध हैं। और विभागीय मानक दरों का उल्लंघन करते हुए उच्च दरों का भुगतान किया गया है। जब भी कोई आरटीआई मांगी जाती है तो वह उपलब्ध नहीं कराई जाती है।पुरानी पंपिंग मशीनरी को बिना किसी योजना की आवश्यकता के बदला जा रहा है। यहां तक कि पिछले पांच वर्षों में खरीदी गई मशीनरी को भी बदला जा रहा है। कोई भी बदली गई पंपिंग मशीनरी रिकॉर्ड में नहीं ली जा रही है। जिससे जल शक्ति विभाग को तो नुकसान हो ही रहा है साथ में आम जनमानस को भी विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाएं लोगों को धरातल पर मिल नहीं रही है। वही, जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग मंडल बग्गी हर शर्मा ने बताया कि सभी आरोप निराधार हैं।वही, बल्ह विधानसभा के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने भी जल शक्ति विभाग मंडल बग्गी के अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं कि अधिकारी मौजूदा सरकार के दबाव में मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं और कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को ही लाभ पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकतर ठेकेदारों को किए गए कार्यों की पेमेंट भी नहीं दी जा रही है जिससे कि ठेकेदारों को अपना जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है जबकि अधिकारी द्वारा अपने कार्यालय पर ही लाखों रुपए खर्च किए हैं। विधायक ने भी कार्यालय में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग उठाई है।