हमीरपुर। जम्मू-कश्मीर में रासायनिक शास्त्र से लोहा निकालने वाले समशीतोष्ण जिले के अरविंद सिंह की मृत्यु हो गई। सिपाही अरविंद सिंह नादौन के अधीनस्थ कांगू के लाहड़ गांव में रहने वाले थे। अरविंद सिंह शुक्रवार को शैतान के साथ गैंग में घायल हो गए और बाद में शहीद हो गए। 27 साल पहले अरविंद सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह गांव लहौड़ा व डाक टिकट हथोल तहसील नादौन जिला समुद्र तट करीब 5 साल पहले 20 डोगरा में भर्ती हुई थी। दो साल पहले ही अरविंद सिंह की शादी हुई थी और उनका एक बेटा भी है।
अरविंद की मौत की सूचना उनके परिवार वालों को हुई। बेटे की मौत की खबर सामने आई माता सरोज कुमारी बेसुध की पत्नी इक्षु देवी की विपदा का पहाड़ टूट गया है। साल के बेटे रियानश के सिर से पिता का साया उठ गया है। गांव के लोग अरविंद के घर तक सूर्योदय नामांकन के लिए पहुंच रहे हैं। अरविंद का छोटा भाई भी भारतीय सेना में रह रहा है, जैसे ही उसके भाई की मौत की खबर मिली वह तुरंत घर आ गया। अरविंद के दादा भी भारतीय सेना में ही थे। पिता राजेंद्र सिंह ने कहा कि सैनिक अधिकारी से हुई तो उन्होंने शाम तक पार्थिव देह पर पहुंचने की संभावना बतायी है. अरविंद के भाई परमजीत ने कहा कि भाई ने मिलनसार से ही शुरुआत की थी और उनकी मौत पर सभी को गर्व है। उन्होंने बताया कि रात करीब 9:30 बजे पता चला कि भाई अरविंद ने लोहे से मछली पकड़ ली है। शहीद अरविंद के चचेरे भाई संदीप कुमार संदीप ने बताया कि अरविंद अभी कुछ दिन पहले ही जन्माष्टमी के दौरान घर पर आए थे और होटल के सलाहकार साबिरकर वापस चले गए थे।में किश्तवाड़ जिले के छत्रु इलाके में शूटिंग में सेना के चार जवान घायल हो गए। इनमें से चैटरू अस्पताल ले जाया गया समय में संग्रहालय के सेंचुरीदार विपन कुमार और सिपाही अरविंद सिंह की मौत हो गई थी। दो और युवा घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। व्हाइट नाइट कोर ने शहीद समुदाय के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।