शिमला। उत्तर प्रदेश में महाकुंभ मेला चल रहा है। जिसमें लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। वसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अमित अमृत स्नान जारी है। जिसमें करोड़ों लोग आस्था के डूबे हुए लग रहे हैं। हिमाचल से भी सांकडो लोग महाकुंभ स्नान के लिए समुद्र तट पर पहुंच रहे हैं। इसी बीच हिमाचल के डिप्टी सीएम के बाद अब एक और मंत्रालय का समन्वय।
अपनी माँ के साथ यूएसएसआर विक्रमादित्य का संबंध
वास्तविक हिमाचल के लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह और उनकी माता हिमाचल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी संयुक्त राज्य अमेरिका में हैं। विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह ने भी वसंत पंचमी के पावन अवसर पर महाकुंभ में स्नान किया। दोनों ने त्रिवेणी संगम में ही पवित्र पद पाया।
मंत्रोच्चारण के बीच गहरी आस्था की डूबकी
संगम स्नान के दौरान विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह ने मंत्रोच्चार के बीच पवित्र जल में जाकर गंगा जल का आचमन किया। साथ ही उन्होंने भगवान सूर्य की पूजा भी की। उनके साथ युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यदोपति ठाकुर भी मौजूद रहे। इस दौरान विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह ने कुंभ स्नान के बाद विशेष पूजा की शुरुआत भी की।
सोशल मीडिया पर शेयर किया अपना अनुभव
विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा। हम महाकुंभ 2025 में शामिल हुए और यह एक अद्भुत अनुभव था। हमने अपने जीवन में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों को एक साथ देखा, जो सभी एक ही उद्देश्य से यहां आए थे “अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी करने और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।” हमने घाट पर सूर्योदय के समय स्नान किया और यह एक अद्भुत अनुभव था। पवित्र गंगा नदी में जारी विज्ञप्ति से मुझे एक नई ऊर्जा और शांति की अनुभूति हुई। सभी हिमाचल प्रदेश के 70 लाख परिवार के लिए प्रार्थना की।
मुकेश अग्निहोत्री भी बोले आस्था की डूबकी
बता दें कि इससे पहले हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी अपनी बेटी आस्था अग्निहोत्री के साथ रोज ही महाकुंभ में आस्था की डूबकी लगा चुके हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने भी त्रिवेणी संगम में पवित्र खोज की। इस दौरान उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री भी उनके साथ मौजूद रहीं। मुकेश अग्निहोत्री ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक महासंगम महाकुंभ के दिव्य अवसर पर आज संवाद के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान का अलौकिक सौभाग्य प्राप्त किया। ।। मोक्षदायिनी मां गंगा, जगज्जननी मां यमुना एवं विद्यादायिनी मां सरस्वती की कृपा हम सभी पर सदैव बनी रहे।